Sunday, February 27, 2011

hate shyari

TOOTE HUE PHOOL

Toote Hue Phool Khushboo De Jaate Hain
Beete Hue Pal Yaadein De Jaate Hain
Koi Pyar Mein Dosti
Toh Koi Dosti Mein Pyar De Jaate Hai



 NAFRAT KA ANJAM


उनकी नफरत बढती गई
हमारी मोहब्बत बढती गई
वो कही के ना रहे
हम खुदा बन गये

AYE THE ZINDGI ME

आये थे ज़िन्दगी मे वो बहार बनके
छा गये थे हम पर वो करार बनके
पर दे सके ना सकुन इस दिल को कभी
यादो मे हमारे घुलते गये वो ज़हर बनके

VO DETA HAII

Woh deta hai dard bas humi ko
kya samjhega woh in ankhon ki nami ko
lakhon deewane hon jiske
woh kya mehsoos karega ik hamari kami ko


 
aik dosti ki aisi sja


एक दोस्ती की ऐसी सजा मिली है हमे
दुबारा किसी से दोस्ती करने की हिम्मत नही हममे
हम सोचते है कि उस पल उस दोस्ती को भूला दे
पर कभी-कभी उनके दिखते ही याद आ जाती है वो दोस्ती हमे

TUJHE AB MERE JAISE OR NA MILE


एक दोस्ती की ऐसी सजा मिली है हमे
दुबारा किसी से दोस्ती करने की हिम्मत नही हममे
हम सोचते है कि उस पल उस दोस्ती को भूला दे
पर कभी-कभी उनके दिखते ही याद आ जाती है वो दोस्ती हमे

 DOSTI KA NAAM BADNAM MATKARO




दोस्ती दिल नही करता तो खुदा को भी सलाम मत करो
बस दिल मे रखो सच्चाई दुनिया से फिर ना डरो
अगर नही निभा सकते इस जहाँ मे दोस्ती
तो रहम करो उसका नाम बदनाम मत करो

YUN KHAFA NAA HO

यूँ खफा ना हो हमे मनाना नही आता
तुझसे दूर होकर फिर हमे मुस्कुराना नही आता
तुम चाँद हो मेरे तुम्हे देखा ही करती हूँ
जब रू-ब-रू होते हो हाल-ए-दिल सुनाना नही आता
एक तेरे प्यार की दौलत से जहाँ सारा खरीद लूँ
बस तू अनमोल है जिसकी कीमत चुकाना नही आता
हम एक ज़रा है, तुम्हारी रोशनी मे चमकते है
जो तुम मुहँ फेर लो फिर हमे जगमगाना नही आता
एक तेरा डर जबसे आया है मेरी राह-गुज़र मे
भुल बैठी हूँ सब रास्ते कही आना कही जाना नही आता

 YAH SE CHHUTKARA

 रब हमे दे दो इस जहानुम से छुटकारा
हम कही भी रह लेंगे बन के अवारा
ये दिल तो बन गया है जैसे बेचारा
क्योकि यहाँ अब नही होगा अपना गुजारा


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